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Saturday 23 May, 2009

बुंदेलखंड में भी औद्योगिक क्रांति के पक्षधर थे राजीव गांधी

May 22, 02:07 am

चित्रकूट। विश्व भर में बढ़ रही प्रतिस्पर्धा में भारतवर्ष को अग्रणी बनाने के लिये पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी को देश का बहुत बड़ा वर्ग आज अपना आदर्श मानता है। धर्मनगरी के प्रबुद्ध, समाजसेवी व युवा उन्हे संचार क्रांति का जनक बताते है। उन्होंने बुंदेलखंड की परिस्थिति को भी बारीकी से समझकर बरगढ़ ग्लास फैक्ट्री की स्थापना कराई थी। बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिये बरगढ़ के क्षेत्र को औद्योगिक क्षेत्र भी घोषित कराया था। अब उनके पुत्र राहुल गांधी द्वारा भी उसकी नक्शेकदम पर चलते हुये युवाओं को रोजगार मुहैया कराने की पहल से क्षेत्रवासी फिर आशान्वित हो गये है।

वरिष्ठ अधिवक्ता गोपालदास अग्रवाल कहते है कि पूर्व प्रधानमंत्री ने युवाओं को देश विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिये कार्य किया। आधुनिक भारत के निर्माण में उनके कार्य सराहनीय रहे। आज देशहित की बात सोचने वाले कम नेता बचे है। समाजसेवी रमेशचंद्र पटेल ने कहा कि स्व. गांधी ने ही युवाओं की ताकत का एहसास कराया। 18 वर्ष की आयु वालों को मतदान का अधिकार देने का ही परिणाम है कि देश का युवा विदेशों तक में सफल हो रहा है।

अधिवक्ता रुद्र प्रसाद मिश्रा ने कहा कि बरगढ़ क्षेत्र को औद्योगिक क्षेत्र घोषित कराने के पीछे पूर्व प्रधानमंत्री की सिर्फ यही अवधारणा थी कि बुंदेलखंड का बेरोजगार व्यक्ति कहीं भटके नहीं, सबको रोजगार यहीं मिलता तो पलायन व गरीबी खत्म हो जाती। समाजसेवी लवकुश गर्ग ने कहा कि देश में संचार क्रांति लाने का श्रेय भी सिर्फ राजीव गांधी को ही है। उनकी दूर दृष्टि सोच का परिणाम है कि हमारा देशवासी पल-पल देश-विदेश से जुड़ गया है। उद्योग जगत को इसका भरपूर लाभ मिला है।

बीएड छात्रा ऋचा सिंह व सुनीता राज कहती है कि पूर्व प्रधानमंत्री की सोच वाले नेताओं की सख्त जरूरत है। अनुभव के साथ युवा वर्ग का जनप्रतिनिधि को स्व। गांधी से प्रेरणा लेनी चाहिये।

जुगनू खान